Pad Parichay Class 10

पद परिचय का महत्व:

पद परिचय वाक्यों में प्रयुक्त शब्दों की महत्वपूर्णता को दर्शाने वाला एक महत्वपूर्ण अंश है। जब हम किसी वाक्य को तैयार करते हैं, तो हमें पद परिचय का विशेष महत्व देना चाहिए। पद परिचय वाक्य में प्रयुक्त होने वाले सभी शब्दों के व्याकरणिक और भाषाई दिमागी रूप को समझाता है। इसके माध्यम से हम वाक्य में प्रयुक्त होने वाले शब्दों के संज्ञानिक और व्याकरणिक पहलू को समझ सकते हैं।

पद परिचय की परिभाषा:

पद परिचय का व्याकरणिक परिभाषा है, वाक्य में प्रयुक्त होने वाले शब्दों की संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया, कारक, लिंग, वचन और अन्य पदों के साथ संबंध आदि का वर्णन करना। जब हम किसी वाक्य में दिए गए शब्दों का परिचय करते हैं, तो हम उनके साथ-साथ उनकी भूमिका और महत्व को भी समझते हैं। पद परिचय का उद्देश्य होता है वाक्य में प्रयुक्त होने वाले शब्दों के सही व्याकरणिक और भाषाई रूप को स्पष्ट करना।

पद-परिचय करते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखा जाना अत्यन्त आवश्यक हैं।

• प्रत्येक पद को अलग-अलग करना चाहिए।

• प्रत्येक पद के प्रकार बताने चाहिए।

• वाक्य में उसका दूसरे पदों से सम्बन्ध बताना चाहिए।

• वाक्य में उसका कार्य बताना चाहिए।

पद पांच प्रकार के होते है :-

1.संज्ञा पद व्यक्ति, वस्तु, स्थान, भावना आदि को प्रतिष्ठापित करते हैं।उदाहरण: बालक, किताब, घर, प्यार।
2.सर्वनाम पदसर्वनाम पद संज्ञा की जगह पर प्रयुक्त होते हैं। ये व्यक्ति, स्थान, संख्या, समय, दिशा आदि को बताने के लिए उपयोग होते हैं।उदाहरण: मैं, वह, हम, यह।
3.क्रिया पदक्रिया पद किसी कार्य या क्रिया को प्रदर्शित करते हैं।उदाहरण: चलना, खाना, पढ़ना, सोना।
4.क्रियाविशेषण पदक्रियाविशेषण पद क्रिया के गुण, दशा, स्थिति आदि को व्यक्त करते हैं।उदाहरण: बहुत, धीरे, खुशी से, अच्छे से।
5.विशेषण पदविशेषण पद व्यक्ति या वस्तु के गुण, दशा, स्थिति, योग्यता आदि को बताते हैं।उदाहरण: सुंदर, ऊँचा, भारी, बड़ा।

संज्ञा शब्द के पद परिचय 

1. संज्ञा के भेद

2. लिंग

3. वचन

4. कारक

5. क्रिया के साथ संबंध।

सर्वनाम शब्द के पद परिचय

1. सर्वनाम के भेद

2. पुरुष

3. लिंग

4. वचन

5. कारक

6. क्रिया से संबंध।

विशेषण शब्द के पद परिचय

1. विशेषण के भेद

2. लिंग

3. वचन और

4. उसका विशेष्य।

क्रिया शब्द के पद परिचय

1. क्रिया के भेद

2. लिंग

3. वचन

4.पुरुष

5. काल

6. वाच्य

7. धातु

8. कर्म और

9. कर्ता का उल्लेख।

क्रियाविशेषण शब्द के पद परिचय

1. क्रियाविशेषण के भेद तथा

2. जिसकी विशेषता बताई जा रही है, का उल्लेख।

समुच्चयबोधक शब्द के पद परिचय

1. समुच्चयबोधक के भेद

2. जिन शब्दों या पदों को मिला रहा है, का उल्लेख|

संबंधबोधक शब्द के पद परिचय

1. संबंधबोधक के भेद

2. जिसके साथ संबंध बताया जा रहा है, का उल्लेख।

विस्मयादिबोधक शब्द के पद परिचय

1. विस्मयादिबोधक के हर्ष

2. भाव

3. शोक

4. घृणा

5. विस्मय आदि

6. किसी एक भाव का निर्देश।

पद परिचय के उदाहरण

1) लता मंगेशकर एक प्रसिद्ध भारतीय गायिका है।

1. संज्ञा: लता मंगेशकर एक प्रसिद्ध भारतीय गायिका है। यहां, “लता मंगेशकर” एक व्यक्ति की नामकरण संज्ञा के रूप में हो रहा है।

2. सर्वनाम: यदि हम कहें कि “वह” या “उन्होंने” भारतीय संगीत इतिहास में अद्वितीय योगदान दिया है, तो “वह” और “उन्होंने” सर्वनाम के रूप में प्रयोग हो रहे हैं।

3. विशेषण: लता मंगेशकर को “प्रसिद्ध” विशेषण के रूप में वर्णित किया जा सकता है, क्योंकि वह गायिका बहुत प्रसिद्ध और मान्य है।

4. क्रिया: लता मंगेशकर ने गाने गाये हैं, जिसका मतलब है कि वह गायन क्रिया को करती हैं।

2) ताजमहल भारत में स्थित एक विश्व धरोहर स्थल है। 

1. संज्ञा: ताजमहल एक संज्ञा है जो एक विश्व धरोहर स्थल को सूचित करती है। यह एक प्रसिद्ध स्मारक है जो आगरा, उत्तर प्रदेश, भारत में स्थित है।

2. सर्वनाम: “यह”, “वह” और “उसका” सर्वनाम के रूप में प्रयोग हो सकते हैं जब हम ताजमहल के बारे में बात करते हैं। उदाहरण के तौर पर, “ताजमहल एक आद्यात्मिक अनुभव है। यह अपार सुंदरता का प्रतीक है।”

3. विशेषण: ताजमहल को “प्रसिद्ध”, “सुंदर”, “व्यापक”, “मर्मस्पर्शी” आदि विशेषणों के रूप में वर्णित किया जा सकता है। उदाहरण के तौर पर, “ताजमहल एक प्रसिद्ध भव्य स्मारक है जो प्यार और रोमांच की कहानी को दर्शाता है।”

4. क्रिया: ताजमहल के बारे में बात करते समय, आप “बनाया गया”, “निर्माण किया गया”, “देखा जाता है” आदि क्रियाएं प्रयोग कर सकते हैं।

3) महात्मा गांधी भारतीय स्वतंत्रता सेनानी, राष्ट्रपिता और शांतिदूत थे। 

1. संज्ञा: महात्मा गांधी एक संज्ञा है जो एक भारतीय स्वतंत्रता सेनानी, राष्ट्रपिता और शांतिदूत को सूचित करती है। वे भारतीय इतिहास के महान व्यक्तित्व माने जाते हैं।

2. सर्वनाम: “वे”, “उन्होंने” और “उनकी” सर्वनाम के रूप में प्रयोग हो सकते हैं जब हम महात्मा गांधी के बारे में बात करते हैं। उदाहरण के तौर पर, “महात्मा गांधी ने अहिंसा के सिद्धांत को अपनाया। वे स्वतंत्रता संग्राम सेना के नेता थे।”

3. विशेषण: महात्मा गांधी को “महान”, “प्रेरणास्त्रोत”, “सत्याग्रही”, “आध्यात्मिक” आदि विशेषणों के रूप में वर्णित किया जा सकता है। उदाहरण के तौर पर, “महात्मा गांधी ने सत्याग्रह के माध्यम से भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन को अग्रसर किया।”

4. क्रिया: महात्मा गांधी के बारे में बात करते समय, आप “जन्म लिया”, “लड़ाई लड़ी”, “सत्य के प्रतिष्ठान में योगदान

4) बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे हैं।

1. संज्ञा: बाग और बच्चे दोनों संज्ञाएं हैं। बाग संज्ञा के रूप में एक स्थान को सूचित करता है जहां फ़सलें या पेड़-पौधे हो सकते हैं। बच्चे संज्ञा के रूप में एक उम्र के व्यक्ति को सूचित करते हैं।

2. सर्वनाम: “वे” और “उन्हें” जब हम बाग में खेल रहे बच्चों के बारे में बात करते हैं, तो सर्वनाम के रूप में प्रयोग हो सकते हैं। उदाहरण के तौर पर, “वे बाग में खेल रहे हैं।”

3. विशेषण: “बहुत सारे” विशेषण के रूप में प्रयोग हो रहा है, जो बताता है कि बाग में खेल रहे बच्चों की संख्या बहुत अधिक है।

4. क्रिया: “खेल रहे हैं” एक क्रिया है जो बताती है कि बच्चे बाग में खेल रहे हैं।

5. क्रिया के साथ संबंध: यदि आप बच्चों के खेलने की क्रिया के साथ संबंध बताना चाहते हैं, तो आप क्रिया के बाद एक उपसर्ग या पूरक का उपयोग कर सकते हैं।

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