Apathit Gadyansh Class 9
1. निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सही विकल्प चुनकर लिखिए।
रामकृष्ण परमहंस का जन्म बंगाल में हुआ था। वह ज्यादा विद्वान तो नहीं थे, पर बड़े समझदार थे। वे बचपन से ही बहुत पवित्र विचारों के थे। जैसे-जैसे वह बड़े हुए, वैसे-वैसे समझने लगे कि ईश्वर हर वक्त उनके पास हैं। रामकृष्ण परमहंस कोलकाता के एक छोटे से मंदिर में पुजारी थे और बड़ा सादा जीवन बिताते थे। वह सभी जातियों तथा धर्मों के लोगों की इज्जत करते थे। कई बार तो वह अछूतों के साथ खाना भी खाते थे। उनका विश्वास था कि सभी धर्म एक ही सत्य की शिक्षा देते हैं। भारत के प्राचीन ऋषियों की तरह वह भी कहा करते थे कि, “ईश्वर एक है, केवल विद्वान लोग उसका नाम अलग-अलग रख देते हैं।” वह जाति के ब्राह्मण थे, लेकिन समय-समय पर मुसलमानों और ईसाइयों की तरह भी रहे थे। इन धर्मों की बातें भी वह अच्छी तरह समझते थे। उनका जीवन इतना अच्छा और उनकी बातें भी इतनी अच्छी थीं कि वह संत माने जाने लगे।
1. रामकृष्ण परमहंस कौन थे?
(क) कोलकाता के एक छोटे से मंदिर के पुजारी
(ख) विवेकानंद के गुरु
(ग) उपर्युक्त दोनो
(घ) समाजसेवी चिकित्सक
2. रामकृष्ण परमहंस को संत क्यों माना जाने लगा ?
(क) क्योंकि उनका जीवन तथा बातें बहुत अच्छी थीं
(ख) क्योंकि उन्होंने अपना घर छोड़ दिया था
(ग) क्योंकि वे पुजारी थे
(घ) क्योंकि वे तांत्रिक थे
3. रामकृष्ण परमहंस अन्य ऋषियों की तरह क्या कहा करते थे?
(क) ईश्वर एक है
(ख) सबका मालिक मैं हूँ
(ग) सब कुछ नश्वर है
(घ) प्रत्येक जीव अमर है
4. दूसरे धर्मों के प्रति रामकृष्ण परमहंस का क्या विचार था ?
(क) सभी धर्म अपनी बड़ाई करते हैं
(ख) सभी धर्मों का लक्ष्य एक नहीं है
(ग) सभी धर्म में पूजा अनिवार्य है
(घ) सभी धर्म एक ही सत्य की शिक्षा देते हैं
5. उपर्युक्त गद्यांश का सर्वाधिक उपयुक्त शीर्षक क्या होगा ?
(क) सनातम धर्म
(ख) धर्म का मूल
(ग) रामकृष्ण परमहंस
(घ) भारतीय संस्कृति के वाहक संत
Answer:
1. (क) कोलकाता के एक छोटे से मंदिर के पुजारी
2. (क) क्योंकि उनका जीवन तथा बातें बहुत अच्छी थीं
3. (क) ईश्वर एक है।
4. (घ) सभी धर्म एक ही सत्य की शिक्षा देते हैं।
5. (घ) भारतीय संस्कृति के वाहक संत।
2. निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सही विकल्प चुनकर लिखिए।
इस हुजूम में आगे-आगे चल रहे हैं, सालिम अली। अपने कंधों पर, सैलानियों की तरह अपने अंतहीन सफ़र का बोझ उठाए। लेकिन यह सफर पिछले तमाम सफ़रों से भिन्न है। भीड़-भाड़ की जिंदगी और तनाव के माहौल से सालिम अली का यह आखिरी पलायन है। अब तो वो उस वन-पक्षी की तरह प्रकृति में विलीन हो रहे हैं, जो जिंदगी का आखिरी गीत गाने के बाद मौत की गोद में जा बसा हो। कोई अपने जिस्म की हरारत और दिल की धड़कन देकर भी उसे लौटाना चाहे तो वह पक्षी अपने सपनों के गीत दोबारा कैसे गा सकेगा!
1. अंतहीन सफ़र का आशय है-
(क) बहुत लम्बी यात्रा
(ख) जंगलों में भटक जाना
(ग) मृत्यु के उपरांत अंतिम यात्रा
(घ) हुजूम में आगे चलना
2. सालिम अली का यह आखिरी पलायन कैसे था?
(क) अपना काम छोड़ रहे थे
(ख) अपना दफ्तर छोड़ के भाग रहे थे
(ग) विदेश जाकर बस रहे थे
(घ) मौत के आगोश में चले गए
3. सालिम किस वन पक्षी की तरह थे?
(क) जो बंधनों में रह कर गीत गाता है
(ख) जो मुक्त प्रकृति में गीत गाता है
(ग) जो पानी में खेलता है
(घ) जो आकांश में ऊँचा उड़ता है
4. प्रकृति से सालिम अली का संबंध कैसा था?
(क) प्रकृति उनके लिए उपयोग की वस्तु थी
(ख) वे प्रकृति पर विजय पाना चाहते थे
(ग) वे प्रकृति का आत्मीय हिस्सा बनकर रहते थे
(घ) वे प्रकृति का दोहन कर सफल होना चाहते थे
5. ‘सपनों के गीत गाना’ का तात्पर्य है?
(क) नीद में गाने गाना
(ख) अपना पंसदीदा कार्य करना
(ग) झूठी बातें करना
(घ) गाने में सपनों का वर्णन करना
Answer:
1. (ग) मृत्यु के उपरांत अंतिम यात्रा।
2. (घ) मौत के आगोश में चले गए।
3. (ख) जो मुक्त प्रकृति में गीत गाता है।
4. (ग) वे प्रकृति का आत्मीय हिस्सा बनकर रहते थे।
5. (ख) अपना पंसदीदा कार्य करना।
3. निम्नलिखित गद्यांस पर आधारित बहुविकल्पी प्रश्नों के उत्तर सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए-
आत्मनिर्भरता में मनुष्य का सबसे बड़ा सुख है। व्यक्ति का जीवन संघर्ष से भरा होता है लेकिन सुखी भी रहता है। स्वावलंबी पुरुष का जीवन स्वाभिमान का जीवन होता है। परतंत्रता सबसे बड़ा कष्ट है जबकि स्वतंत्रता सबसे बड़ा सुख। दूसरों पर निर्भर रहने वाले व्यक्ति की स्वतंत्रता कैद रहती है। वह खुद को अलगाव की ओर ले जाता है। मनुष्य को ईश्वर ने बुद्धि का खजाना देकर भेजा है। वह अपनी बुद्धि से बड़े से बड़ा कार्य कर लेता है। वह अपनी बुद्धि के बल पर ही इस संसार से जाना जाता है। धरती के सभी प्राणी उसके अधीन होते हैं। जिस देश में आत्मनिर्भर लोग रहते हैं उस देश की सुख शांति में वृद्धि रहती है। स्वावलंबी मनुष्य असंभव को भी संभव में बदलकर दिखता है। उसमें उत्साह एवं कर्मठता होती है। स्वावलंबी मनुष्य की हर इच्छा पूरी करता है। अतः प्रत्येक मनुष्य को स्वावलंबी होना चाहिए। स्वावलंबन जैसा सद्गुण विकसित करके मनुष्य बड़े से बड़ा कार्य कर सकता है। स्वावलंबन से स्फूर्ति का अधिकार जागृत होता है और मनुष्य की सारी कामनाएं पूरी होती है।
1. दूसरों के अधीन रहकर कार्यों को करना कहलाता है
(क) स्वतंस्ता
(ख) परतंत्रता
(ग) निरंतर
(घ) राजतंत्र
2. ईश्वर द्वारा प्रदत निधि है
(क) उत्साह
(ख) बुद्धि
(ग) हृदय
(घ) बल
3. स्वावलंबन का अर्थ है
(क) आत्मनिर्भरता
(ख) कार्य को उचित रूप देना
(ग) स्वयं कार्य करना
(घ) दूसरे पर निर्भर रहना
4. मनुष्य जगत में प्रसिद्ध होता है
(क) शारीरिक शक्ति द्वारा
(ख) मानसिक शक्ति द्वारा
(ग) बौद्धिक बल द्वारा
(घ) साथियों के सहयोग द्वारा
5. प्रस्तुत गद्यांश का उचित शीर्षक है
(क) बौद्धिक बल का महत्व
(ख) परिश्रमी मानव
(ग) स्वावलंबन का महत्व
(घ) संघर्षपूर्ण मानव
Answers:
1. (ख) परतंत्रता
2. (ख) बुद्धि
3. (क) आत्मनिर्भरता
4. (ख) मानसिक शक्ति द्वारा
5. (ग) स्वावलंबन का महत्व
4. निम्नलिखित पद्यांश पर आधारित बहुविकल्पी प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए
बूढ़े पीपल ने आगे बढ़कर जुहार की,
‘बरस बाद सुधि लीन्ही’
बोली अकुलाई लता ओट हो किवार की,
हरसाया ताल लाया पानी परात भर के।
मेघ आए बड़े बन ठन के सवर के।
क्षितिज अटारी गहराई दामिनी दमकी,
क्षमा करो गांठ खुल गई अब भरम की,
बांध टूटा झर झर मिलन के अश्रू ढरके।
मेघ आए बड़े बन ठन के सवर के।
1. बूढ़ा पीपल किस रूप में है?
(क) गांव का बुजुर्ग
(ख) पुराना पेड़
(ग) समझदार
(घ) पूजनीय
2. ओट में खड़ी लता कौन है?
(क) प्रतीक्षारत नायिका
(ख) बेचैन स्त्री
(ग) पत्नी
(घ) कोई भी
3. ताल पानी की परात क्यों लाया?
(क) मेहमान के पैर धोने के लिए
(ख) पीने के लिए
(ग) नहाने के लिए
(घ) सामान्य रूप में
4. दामिनी दमकी में किस अलंकार का प्रयोग है?
(क) यमक
(ख) उपमा
(ग) अनुप्रास
(घ) रूपक
5. अंतिम पंक्तियों में क्या स्थिति उत्पन्न हो गई
(क) प्रेमी प्रेमिका के मिलन की
(ख) भम मिटाने की
(ग) अश्रु धार बहने की
(घ) उपर्युक्त सभी
Answers:
1. (ग) समझदार
2. (क) प्रतीक्षारत नायिका
3. (क) मेहमान के पैर धोने के लिए
4. (ग) अनुप्रास
5. (घ) उपर्युक्त सभी